Friday, March 20, 2009

नव भारत की आन तू

नव भारत कि तस्वीर का निर्माण तेरे हाथों में
उठ जाग जा मत सो सबकी आन तेरे हाथों में
देख दुश्मन आँख लगाए, ना बैठ जाये द्वार पर
दुश्मन की है नाड़ तोड़ना अब तेरे सामर्थ्य पर

राजेश बिस्सा 28-01-09

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